Aaya Masih Charni Mein Tu
आया मसीह चरनी में तू,
पापीयों को बचाने को,
लाये ईमान जो बेटे पर,
करेगा पार इस दुनिया को
दुनिया गुनाह में डूब रही थी,
सादिक गुमराह हो रहे थे,
छोड़ा आसमान, बना इंसान,
मिली नज़ात इस दुनिया को
आया मसीह चरनी में तू,
पापीयों को बचाने को,
बेथलहम के मैदानों में ,
गडरिये रात सो रहे थे,
सुना फरिश्तों की ज़ुबान,
पैदा हुआ है ख्रीस्त निधान
आया मसीह चरनी में तू,
पापीयों को बचाने को,
आलिमों ने, किताबों से,
पढ़ी पैदाइश की तफ़सील,
चल दिये वो भी ऊँटों पर,
तारे हयात का पीछा कर
आया मसीह चरनी में तू,
पापीयों को बचाने को,
समुद्र की सब लहरों पर,
दुनिया की हर ज़ुबानों पर,
है उसका नाम, है उसका काम,
सारा जहां लाए ईमान,
आया मसीह चरनी में तू,
पापीयों को बचाने को
Aaya Masih Charni Mei Tu